jaipur जयपुर
जयपुर राजस्थान की राजधानी है और इसे पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है जयपुर की स्थापना यहाँ के राजा जयसिंह ने की थी जिनके नाम पर है
इस शहर का नाम जयपुर रखा गया है ।
जयपुर तीन तरफ से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है यहाँ पर अधिकतर घरो पर गुलबी रंग के पत्थर लगे हुए हें जो कि इस शहर की पहचान है ।
जब 1876 मे इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज जब जयपुर पधारे थे तो उनके सुवागत मे महाराज सवाई राम सिंह ने पूरे शहर को गुलबी करवा दिया था तब से ही इस शहर का नाम गुलाबी शहर हो गया ।
जयपुर भारत के टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल का हिस्सा भी है इस गोल्डन ट्रायंगल में जयपुर आगरा दिल्ली आते हैं
भारत के नक्से मे जब तीनों सिटी को देखा जाए तो त्रिभुज के आकार में नजर आते हैं इसलिए इन्हें भारत का स्वर्णिम त्रिभुज इंडियन गोल्डन ट्रायंगल कहते हैं ।
राजस्थान मे पर्यटन स्थलों की कोई कमी नही है यहां पर प्रमुख शहरों के कुछ प्रमुख स्थान इस प्रकार हैं ।
amer kila jaipur आमेर किला जयपुर

Rajasthan amer kila jaipur
आमेर किले को महाराजा मान सिंह प्रथम ने बनवाया था यह किला चार मंजिला है जिसमे लाल संगमरमर ओर बलुवा पत्थरों से बना है
यह किला देखने मे बहुत बड़ा लगता है और रात के समय किले पर की गई लाइटिंग किले को ओर भी खूबसूरत बनाती है ।
यहाँ पर आपातकालीन रास्ता है जो कि किले को जयगढ़ के किले से जोड़ता है ।इस किले में शिला माता का मंदिर भी है ।
हवा महल जयपुर hawa mahal jaipur

Rajasthan Hawa mahal
हवा महल जयपुर मे स्थित है यह महल पांच मंजिला है
इस महल को भगवान कृष्ण के प्रतिरूप के तौर पर बनवाया गया है।
इस महल में 1000 छोटी छोटी खिड़किया हैं जिस से महल मे ठंडी हवा जाती है यह देखने मे बहुत खूबसूरत नजर आता है
जंतर मंतर जयपुर jantar mantar jaipur

Rajasthan Jantar mantar jaipur
जयपुर के जंतर मंतर को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर दिया गया है
इस को खगोलीय पिंडों की खोज के लिए बनाया गया है इसमे 14 स्थपित और ध्यानकेन्द्रीत उपकरण हैं जिस से की समय को मापने ,तारो की निगरानी, ग्रहणों की भविष्यवाणी और सुर्य के चारों ओर धरती की कक्षा का पता लगाने के लिए लगाए गए हैं ।
उदयपुर udaipur
उदयपुर राजस्थान का घूमने के लिए प्रमुख शहर है उदयपुर को राजस्थान का कश्मीर, पूर्व का वेनिस, झीलों की नगरी भी कहा जाता है।
इस शहर की स्थापना 1559 में महाराणा उदयसिंह ने की थी।
सिटी पैलेस उदयपुर city palace udaipur

Rajasthan City palace
सिटी पैलेस बहुत बड़ा महल है यह पर अंदर जाने के लिए टिकिट लगता है जो कि एक व्यक्ति का 300 रुपये होता है ।
महल के गेट पर दो विशाल आकर के हाथी खड़े हुए हैं जो पहले के समय मे महल की रक्षा के लिए खड़े होते थे ।
अंदर जाने पर वहाँ के राजा महाराजों की सेवा करते थे उन के परिवार के लोग महल घूमने के लिए आपको गाईड के तौर पर मिल जायँगे जो कि 300 रुपये सभी लोगों को घूमने के लिए लेंगें ।
आप बिना गाईड के नही घूम सकते क्योंकि महल बहुत बड़ा है और घूमने में 2 से 3 घण्टे लगते हैं ।
जल महल उदयपुर jal mahal udaipur

Rajasthan Jal mahal
यह उदयपुर का सब से पसन्द किये जाने वाला स्थान है यह महल के चारों तरफ झिल का पानी रहता है और बीच मे महल है जो कि बहुत खुबशुरत लगता है ।
महल को अब होटल मे परिववर्ती कर दिया गया है ।
सहेलियों की बाड़ी उदयपुर saheliyon ki badi

Rajasthan Saheliyon ki badi
सहेलियों की बाड़ी का निर्माण यहाँ के महाराजा ने महल की महिलाओं के मनोरंजन के लिए करवाया था जिस में बहुत सारे पेड़ पौध और छोटी सी पानी की झील भी है यहाँ अंदर जाने के लिए भी टिकट लेना पड़ता है ।
चितोड़गाड़ का किला chittorgarh ka kila

Rajasthan Chittorgarh ka kila
चितौडगढ़ वीरों की भूमि के नाम से प्रसिद्ध है यहां उदयपुर से 112 किलोमीटर दूर स्थित है चित्तौड़गढ़ का किला अपनी भेजता और शांति के लिए विश्व प्रसिद्ध है
सभी किलो में क्षेत्रफल की दृष्टि से यह किला सबसे बड़ा माना जाता है
यह किला रानी पद्मिनी के जोहर के लिए जाना जाता है ।यहाँ मीरा बाई का मंदिर भी स्थित है ।
कहा जाता है कि चितोड़ का किला पूरा देखना आम बात नही है। यह किला एक शहर जैसा है जो कि बहुत फैला हुआ है ।
पुष्कर pushkar

Rajasthan Pushkar
पुष्कर का मंदिर या की ब्रह्मा जी का भारत मे एक मात्र मंदिर जो है वो पुष्कर मे ही है ।पुष्कर के मंदिर के पीछे बहुत सी कहानियां हैं जिस मे से एक है कि ब्रह्मा जी की पत्नी ने उनको श्राप दिया था कि पुष्कर के अलावा उनका कहीं भी मंदिर नही बनेगा । और कोई व्यक्ति ब्रह्मा जी का मंदिर बनवायेगा तो उसका कभी भला नही होगा।
अजमेर की दरगह ajmer ki dargha

Rajasthan Ajamer ki dargha
राजस्थान मे अजमेर की दरगह भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है जो कि पुष्कर से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है यहां पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं ।
जगदीश मंदिर उदयपुर jagdish mandir udaipur
जगदीश मंदिर सिटी पैलेस से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है और यह बहुत प्राचीन मंदिर है यहाँ का मानना है कि मंदिर में भगवान के स्थान के स्पर्श मात्र से है सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं ।